मुरादाबाद उजाला
आंवला। आंवला तहसील के थाना अलीगंज के ग्राम खटेटा मे बीते दिनो हुई आठ वर्षीय बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या का आज पुलिस टीम ने सफल खुलासा कर दिया।
बरेली पुलिस लाइन मे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रेस कांफ्रेस कर इसकी जानकारी दी ग ई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरेली ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरेली के निर्देशन व पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के निकट पर्यवेक्षण मे तथा क्षेत्राधिकारी आंवला के नेतृत्व मे थाना अलीगंज, भमोरा, विशारतगंज पुलिस व क्राइम ब्रांच टीम को उक्त घटना के अनावरण हेतु लगाया गया था।
टीम द्वारा घटना के सभी तत्थो की गहनता व गंभीरता से जांच करने पर प्रकाश मे आया कि घटना मे शामिल अभियुक्तो मे से एक राजीव पुत्र कृपाल निवासी ग्राम दसीपुर थाना विशारतगंज जिला बरेली ने घटना के पश्चात अपनी मौजूदगी छुपाने हेतु एक अन्य व्यक्ति को सिखा कर पुलिस को गुमराह किया, जिसकी सूचना उक्त व्यक्ति द्वारा थाना अलीगंज पुलिस को दी ग ई।
मुखबिर की सूचना पर शक के आधार पर राजीव को गिरफ्तार कर पूछताछ मे उसने जुर्म कबूल कर दो और लोग रमन पाल उर्फ रमिया पुत्र कृपाल व सत्यप्रकाश उर्फ नन्हे पुत्र रामपाल का भी घटना मे शामिल होना बताया।
उक्त तीनो अभियुक्त की गिरफ्तारी के बाद तीनो ने अपना जुर्म कबूल किया।
परिजनो के समाहरोह मे व्यस्तता का उठाया फायदा
अभियुक्तो ने बताया कि रामरतन के यहा आई बारात मे सभी लोगो के व्यस्त होने का फायदा उठाकर हम तीनो ने श्याम सिंह की नाबालिक बच्ची को टाफी का लालच देकर अपने पास बुलाया व सबकी नजरो से बचाकर उसे पीछे घेर के रास्ते से यूकेलिप्टिस के बाग मे ले गये जहा उक्त तीनो ने बच्ची के साथ बारी बारी दुष्कर्म किया व पहचाने जाने के डर से बाद मे हत्या कर दी।
बरामद किये खून से सने कपडे
अभियुक्तो की निशानदेही पर पुलिस ने नाबालिक के खून से सने कपडे, अभियुक्तो के खूनालूद कपडे व रुमाल के साथ ही मृतका के खून से सनी युकेलिप्टिस की डंडी को बरामद किया गया।
मुख्य अभियुक्त ने बचाव के लिये बनाई योजना
घटना मे शामिल मुख्य अभियुक्त राजीव ने अपनी पहचान छुपाने के लिये योजबद्ध तरीके से पुलिस को गुमराह करने का काम किया।
एक व्यक्ति के जरिये उसने घटना के समय खुद को दूसरे गांव मे बिजली के काम करने का संदेश गांव मे फैलवाया जिससे कोई उसपर शक न करे।
घटना के बाद शादी समारोह मे हुये थे शामिल
नाबालिक के साथ दुस्कर्म करने के इस जघन्य काण्ड के आरोपित उक्त तीनो अभियुक्तो के दुस्साहस का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वे इतनी घिनौनी बारदात के बाद भी वेखौफ होकर पीडित परिवार के परिजनो संग शादी समारोह मे शामिल हुये थे।
होशियारी बनी पकडे जाने की बजह
मुख्य अभियुक्त की होशियारी की बजह से ही पुलिस के हाथ उसतक पहुच सके।
अपने बचाव के लिये उसने जिस व्यक्ति को काम पर लगाया उसी व्यक्ति के जरिये पुलिस टीमो ने मुख्य अभियुक्त राजीव को सन्देह के आधार पर उठाया।
कडाई से पुछताछ करने उपरान्त अभियुक्त ने अपना जुर्म कबूल कर दो और अभियुक्तो का नाम भी बता दिया।